कानपुर । 25 अक्टूबर, 2025
आज सुबह 8 बजे “एक कदम गांधी के साथ” पदयात्रा की शुरुआत उन्नाव के चौधरी खजान इंटर कॉलेज से हुई, जहां स्थानीय आयोजक और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कवि दिनेश प्रियमन ने कहा कि “आप लोगों की यह पदयात्रा ‘एक कदम गांधी के साथ’ देश के मुद्दों को गहराई से छूने वाली है। इस यात्रा के मुद्दे वास्तव में देश के मुद्दे हैं – युवाओं, किसानों, मजदूरों और मेहनतकश तबके के मुद्दे। इसमें कोई दो राय नहीं कि यह यात्रा अपने लक्ष्य तक अवश्य पहुंचेगी। देशभर के बुद्धिजीवियों को इस यात्रा में भाग लेना चाहिए और अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि “सद्भावना, शांति और संविधान हमारे देश की व्यवस्था की रीढ़ हैं; इन्हें मजबूत बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।”




उन्नाव के सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि “हम इस यात्रा के साथ हैं। देश और समाज में शांति, सद्भावना, अहिंसा तथा लोकतंत्र को मजबूती से कायम रखना हमारा कर्तव्य है। हमें महिलाओं को भी इस यात्रा से जोड़ना चाहिए, जो अब तक मुख्यधारा से दूर हैं।”
इस अवसर पर सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने कहा कि “उन्नाव की धरती सदैव क्रांति की जननी रही है। यहां मौलाना हसरत मोहानी जैसे बुद्धिजीवी और चंद्रशेखर आज़ाद जैसे क्रांतिकारी हुए हैं। हमें उन्नाव में अपार स्नेह मिला। हमने इस शहर में अपने मुद्दों को प्रबलता से रखा, क्योंकि यहां के लोग सदैव अन्याय और अत्याचार के विरोध में आगे रहते हैं।” उन्होंने उन्नाव के आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए गांधीजी की आत्मकथा ‘सत्य के साथ मेरे प्रयोग’ भेंट की।
इस अवसर पर उन्नाव के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रामनरेश, कवि दिनेश प्रियमन, सुरेंद्र कुशवाहा, गिरिजेश, अखिलेश, रघुराज सिंह, नासिर, अनुपम, संजय जयसवाल, नरेश पाल और इंद्रसेन उपस्थित रहे।
यात्रा आगे बढ़ते हुए चंद्र नगर, अकरमपुर रोड पर रुकी, जहां स्थानीय लोगों के साथ संवाद हुआ। नंदलाल मास्टर ने एक गीत प्रस्तुत किया – “ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गाँव के…”
बी.एच.यू. के पूर्व छात्र गौरव ने कहा कि “इस देश की खूबसूरती इसकी विविधता में है -अलग-अलग धर्म, भाषा, संप्रदाय और जातियों के लोग मिलकर एकता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। हमें अपने इतिहास को याद रखना चाहिए — इस देश में गांधीजी हुए हैं, सुभाषचंद्र बोस हुए हैं, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद हुए हैं। उनके विचारों को कमजोर करने का प्रयास कुछ सांप्रदायिक संगठनों ने किया है। हमें ऐसे संगठनों का प्रतिकार करना चाहिए, जो देश में नफरत फैलाते हैं, दंगे कराते हैं और समाज को हिंसा की ओर धकेलते हैं।”




जनसभा के आयोजक सदस्य मदन सैनी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद राजीव रत्न ने कहा कि “यह यात्रा ऐतिहासिक है। जब पूरे देश में गांधी-विरोधी माहौल बनाया जा रहा है, तब सर्व सेवा संघ इस तरह की यात्रा निकाल रहा है – यह अत्यंत साहसिक कार्य है, और यह साहस सत्य से ही प्राप्त किया जा सकता है। हम उन्नाव की ओर से इस यात्रा का स्वागत करते हैं और इसकी सफलता की कामना करते हैं।”
उन्नाव के आयोजकों और स्थानीय नागरिकों ने यात्रा को विदा किया। यात्रा शुक्लागंज (सहजनी धोबी पुल से पहले) पहुंची, जहां नंदलाल मास्टर और पदयात्रियों ने गीत प्रस्तुत किया – “हम जुल्म से देश को आज़ाद कराएंगे।” इस अवसर पर उन्नाव के सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक और कवि मयंक बाजपेई, संजय बाजपेई, राम चेतन, मुतुल दीदी आदि उपस्थित रहे।
गंगा नदी पार करने के बाद यात्रा कानपुर पहुंची, जहां विधायक अमिताभ बाजपेई ने यात्रियों का स्वागत किया। कानपुर के स्थानीय लोगों की भी उत्साहपूर्ण भागीदारी रही।
शाम 6 बजे यात्रा मॉल रोड स्थित होटल फेयर इन पहुंची, जहां रात्रि विश्राम का पड़ाव है।
आज के यात्रा में शामिल होने वाले प्रमुख प्रतिभागी : सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल, मंत्री अरविंद कुशवाहा एवं अरविंद अंजुम, सर्वोदय समाज के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ रोड़े, जागृति राही, भूपेश भूषण, ध्रुव भाई, फरीद भाई, सुमन, ईश्वरचंद्र, विद्याधर मास्टर, श्यामधर तिवारी, जगदीश कुमार, विकास, मोहन दीक्षित, मानिकचंद, अनोखेलाल, जोखन यादव, सरिता बहन, सिस्टर फ्लोरीन, अलीभा, अंतर्यामी बराल, सौरभ, गौरव, विवेक मिश्र, बृजेश, टैन, सचिन, अनूप आचार्य, उदय, बीरेंद्र कुमार यादव, बसंत कुमार रावत, उदय नायक, अनिल नायक, दलगोविंद नायक, अशोक विश्वराय, ज्ञानेंद्र, मुकेश, राजीव यादव, अखिलेश यादव, सुरेन्द्र कुशवाहा, रुद्र दमन , महिप सिंह, खन्नू भईया,गणेशी, राजीव रत्न ,अगम देव सिंह कुशवाहा, अरुण कुमार, विजय नारायण, रमाशंकर गुप्ता ,सत्येंद्र सिंह ,महेश कुमार, कृष्ण कुमार ,रामकृष्ण, सुरेश सिंह ,संजय ,मदन सैनी ,शंकर ,निर्मल, अमन , सागिर रवि ,भानु ,अरुण कुमार , छोट्टन आदि शामिल रहे।

