औरैया के गलियों में गूंजा ‘एक कदम गांधी के साथ’ पदयात्रा के बोल – पदयात्रा का 31वां दिन

औरैया, उत्तर प्रदेश 
01 नवंबर 2025

आज यात्रा सांई धर्मशाला, औरैया से दोपहर 2 बजे निकली और औरैया बाज़ार का भ्रमण करते हुए ‘एक कदम गांधी के साथ’ पदयात्रा के उद्देश्य को लोगों तक पहुँचाया।

खानपुर चौराहा, औरैया से पदयात्रियों ने गीत “गीत एकता का जमाना गाएगा” के साथ यात्रा की शुरुआत की। यात्रा खानपुर चौराहा से प्रारंभ होकर बाज़ार से गुजरते हुए शहीद स्मारक पार्क पहुँची। यहाँ सर्वप्रथम महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद 12 अगस्त 1942 को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान शहीद हुए छह क्रांतिकारियों – मंगली प्रसाद, कल्याण चंद्र, दर्शन लाल, सुल्तान ख़ां, भूरे लाल बहादुर और बाबू राम की स्मृति में माल्यार्पण किया गया।


गांधीजी के आवाहन पर “करो या मरो” के नारे के साथ निकाले गए जुलूस में इन छह वीरों ने झंडा फहराने का प्रयास किया था, जिन पर अंग्रेजी पुलिस ने गोली चला दी थी। इसी क्रम में अगस्त 1925 में हुए काकोरी कांड के नायक भरतवीर मुकुंदी लाल गुप्ता को भी शहीद पार्क में श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इसके बाद यात्रा तहसील परिसर पहुँची, जहाँ 12 अगस्त 1942 की उसी ऐतिहासिक घटना में क्रांतिकारियों ने तहसील प्राचीर से यूनियन जैक को उतारकर भारतीय ध्वज तिरंगा फहराया था। इसी दौरान अंग्रेज पुलिस की गोलीबारी में छह शहीद हुए और नौ घायल हुए थे। वहाँ उनके स्मारक पर भी माल्यार्पण किया गया।

औरैया शहर की गलियों से गुजरते हुए पदयात्रियों ने गीत प्रस्तुत किया -“हम ज़ुल्मतों से देश को आज़ाद कराएंगे।”इसके बाद गेंदालाल दीक्षित चौक पहुँची यात्रा में, पंडित गेंदालाल दीक्षित की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को याद किया गया।

इसके उपरांत यात्रा जालौन चौराहा की ओर अग्रसर हुई। इस दौरान सर्व सेवा संघ के मंत्री अरविंद अंजुम ने नागरिकों से पदयात्रा के उद्देश्य और गांधी विचारों पर प्रेरक नारे लगवाए। उन्होंने कहा कि “संविधान से छेड़छाड़ की कोई भी कोशिश हम सहन नहीं करेंगे और उसका अहिंसक तरीके से प्रतिवाद करेंगे। आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में 35,000 स्कूल बंद कर दिए गए हैं।”

शाम 6 बजे यात्रा पुनः सांई धर्मशाला, औरैया पहुँची, जहाँ क्षेत्रीय आयोजकों को पदयात्रा संयोजन समिति की ओर से गांधीजी की आत्मकथा ‘सत्य के साथ मेरा प्रयोग’ भेंट की गई। इस अवसर पर क्षेत्रीय आयोजक मखलू पांडेय ने कहा, “यह यात्रा देश को जगाने के लिए है। लंबे समय से सोया हुआ यह देश अब अंगड़ाई ले रहा है — और इस यात्रा ने उसे जगाने का कार्य किया है। यह यात्रा गांधी और स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत को बचाने के लिए है, जिसका समर्थन समाज के हर वर्ग को करना चाहिए।” कांग्रेस की जिला अध्यक्ष सरिता दौरे ने कहा, “आज देश को गांधी के विचारों की आवश्यकता है। भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है, इसे रोकने के लिए हमें एकजुट होना होगा। यह यात्रा देश की एकता और संविधान की रक्षा के लिए है, हम इसका पूर्ण समर्थन करते हैं।”

सर्व सेवा संघ के मंत्री अरविंद अंजुम ने कहा, “जिस प्रकार इस औरैया की भूमि पर ब्रिटिश क्राउन का झंडा उतारकर तिरंगा फहराया गया था, उसी तरह आज हमें नफरत का झंडा उतारकर प्रेम, एकता और सद्भाव का झंडा फहराना होगा।”

अंत में सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन पाल ने कहा, “हम औरैया के नागरिकों और आयोजकों का हृदय से धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने गांधी के विचारों को समझा और उनकी विरासत बचाने के लिए हमारे साथ कदम से कदम मिलाया।”

स्थानीय सहयोगी

आनंद कुशवाहा (वरिष्ठ पत्रकार), ब्रजकिशोर पांडे (पूर्व सभासद), सरिता दौरे (जिला अध्यक्ष), श्रीधर मखलू पांडे (वरिष्ठ नेता, कांग्रेस), प्रवीण गुप्ता (जिला प्रवक्ता), दिलीप तिवारी (जिला उपाध्यक्ष, औरैया), देव प्रताप सिंह (ब्लॉक अध्यक्ष), राजेश कुमार श्रीवास्तव (ब्लॉक उपाध्यक्ष), संतोष पांडे (नगर उपाध्यक्ष), चंद्रशेखर (वरिष्ठ नागरिक), रामानंद चौबे (प्रदेश सचिव, किसान मोर्चा), गिरीश शिखरवार (जिला अध्यक्ष, किसान मोर्चा), एहसान मोहम्मद (जिला उपाध्यक्ष), जितेंद्र सिंह (प्रदेश सचिव, बुंदेलखंड), रेशमा (महिला कमेटी, जिला अध्यक्ष)।

यात्रा में शामिल प्रमुख प्रतिभागी :
चंदन पाल, अरविंद कुशवाहा, नंदलाल मास्टर, अरविंद अंजुम, सोमनाथ रोड़े, भूपेश भूषण, सतीश मराठा, गौरांग महापात्रा, ध्रुव भाई, विद्याधर मास्टर, श्यामधर तिवारी, जगदीश कुमार, विकास, मानिकचंद, अनोखेलाल, जोखन यादव, सरिता बहन, सिस्टर फ्लोरीन, अलीभा, अंतर्यामी बराल, सौरभ, गौरव, निधि, सुमन, प्रवीण, दीक्षा, बृजेश, टैन, सचिन, हेतवी, सत्येंद्र सिंह, , सूरज माते, भागीरथी, अमर सिंह, राजकुमार द्विवेदी, राधेश्याम, दिनेश कुमार, दलपत सिंह धुर्वे आदि।