‘एक कदम गांधी के साथ पदयात्रा’ : 32वां दिन

मुरादगंज, अजीतगंज ,उत्तर प्रदेश
02 नवम्बर 2025

आज प्रातः 8 बजे साईं धर्मशाला से पदयात्रा ने प्रस्थान किया । वहां के आयोजकों और व्यवस्थापकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए पदयात्रा आगे बढ़ी। यात्रा फतेहपुर (करम) और औरैया मार्ग से होती हुई आगे बढ़ी। मार्ग में जनसंपर्क के दौरान पदयात्रियों ने नारे लगाए।

अरविन्द अंजुम (मंत्री, सर्व सेवा संघ) ने यात्रा के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा –“यह देश 26 जनवरी 1950 के बाद किसी राजा, तानाशाह या किसी मसीहा की मर्ज़ी से नहीं, बल्कि संविधान के प्रावधानों से चलता है। संविधान सबका ख्याल रखता है – चाहे अमीर हो या गरीब, बच्चा हो या बूढ़ा, महिला हो या किसी भी समुदाय से संबंध रखता हो।किंतु आज अफसोस की बात है कि आज़ादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद वर्तमान सरकार संविधान को नष्ट करने पर तुली हुई है। समाज को धर्म, जाति और भाषा के नाम पर आपस में लड़ाया जा रहा है। जो विचारधारा संविधान का आदर नहीं करती और केवल दिखावा व पाखंड करती है, उसके हाथों में यह देश और संविधान सुरक्षित नहीं रह सकता। इसलिए यह पदयात्रा ‘संविधान, लोकतंत्र, सद्भाव और हमारी साझा विरासत को बचाने’ का संदेश लेकर निकली है। इसके लिए हमें निर्भय, निडर और सत्य के मार्ग पर चलना होगा।”

यात्रा आगे बढ़ते हुए दीपाली मैरेज हॉल, लखनपुर (औरैया) पहुंची, जहां दोपहर का भोजन और विश्राम किया गया। विश्राम के बाद यात्रा पुनः आरंभ हुई और मुरादगंज चौराहा (औरैया) पहुंची, जहां पदयात्रियों ने एक गीत प्रस्तुत किया -“आ चल के तुझे मैं ले के चलूं, एक ऐसे गगन के तले…”

इसके बाद पदयात्री गौरव ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा -“हम इस पदयात्रा के माध्यम से उन विचारों को ललकारेंगे जो गांधीजी के विचारों को ध्वस्त करने का प्रयास कर रहे हैं। हम हर उस विचार का प्रतिवाद करेंगे जो समाज में अहिंसा, भाईचारा और सद्भावना को समाप्त करने की कोशिश करेगा। हमें यह याद रखना होगा कि हमारे पूर्वजों ने जिस भारत का सपना देखा था, वह सर्वधर्म समभाव पर आधारित था। आज लोगों को धर्म के नाम पर मारा जा रहा है – गौ-तस्कर कहकर या मांस खाने के आरोप में मॉब लिंचिंग की जा रही है, और सरकार मौन है। दलितों को सड़कों पर पीटा जा रहा है, परंतु इस पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं हो रही। हमें यह घोषणा करनी होगी कि हम सब एक हैं – राम और रहीम, अशफाक और बिस्मिल को कोई अलग नहीं कर सकता। हम सरकार से हिसाब मांगते हैं – महंगाई का हिसाब, महिला सुरक्षा का हिसाब, बेरोजगारी का हिसाब।

इसके बाद पदयात्रा भिखेपुर चौक पहुँची, जहाँ स्थानीय आयोजकों द्वारा पदयात्रियों का सम्मान किया गया। इसके पश्चात यात्रा आगे बढ़ी, और मार्ग में यात्रा दल ने विभिन्न स्थानों पर बुद्ध तथा बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया।

पदयात्रा का रात्रि पड़ाव कान्हा इंटरनेशनल एकेडमी, अजीतमल (औरैया) में रहा। 

स्थानीय सहयोगी

आनंद कुशवाहा (वरिष्ठ पत्रकार), ब्रजकिशोर पांडे (पूर्व सभासद), सरिता दौरे (जिला अध्यक्ष), श्रीधर मखलू पांडे (वरिष्ठ नेता, कांग्रेस), प्रवीण गुप्ता (जिला प्रवक्ता), दिलीप तिवारी (जिला उपाध्यक्ष, औरैया), देव प्रताप सिंह (ब्लॉक अध्यक्ष), राजेश कुमार श्रीवास्तव (ब्लॉक उपाध्यक्ष), संतोष पांडे (नगर उपाध्यक्ष), चंद्रशेखर (वरिष्ठ नागरिक), रामानंद चौबे (प्रदेश सचिव, किसान मोर्चा), गिरीश शिखरवार (जिला अध्यक्ष, किसान मोर्चा), एहसान मोहम्मद (जिला उपाध्यक्ष), जितेंद्र सिंह (प्रदेश सचिव, बुंदेलखंड), रेशमा (महिला कमेटी, जिला अध्यक्ष)।

यात्रा में शामिल प्रमुख प्रतिभागी:
चंदन पाल, अरविंद कुशवाहा, नंदलाल मास्टर, अरविंद अंजुम, सोमनाथ रोड़े, भूपेश भूषण, सतीश मराठा, गौरांग महापात्रा, ध्रुव भाई, विद्याधर मास्टर, श्यामधर तिवारी, जगदीश कुमार, विकास, मानिकचंद, अनोखेलाल, जोखन यादव, सरिता बहन, सिस्टर फ्लोरीन, अलीभा, अंतर्यामी बराल, सौरभ, गौरव, निधि, सुमन, प्रवीण, दीक्षा, बृजेश, टैन, सचिन, हेतवी, सत्येंद्र सिंह, देवेन्द्र भाई, सूरज माते, भागीरथी, अमर सिंह, राजकुमार द्विवेदी, राधेश्याम, दिनेश कुमार, दलपत सिंह धुर्वे आदि।