‘एक कदम गांधी के साथ’ पदयात्रा औरैया पहुंची – पदयात्रा का 30वां दिन

औरैया, उत्तर प्रदेश 
31 अक्टूबर 2025

आज की यात्रा सुबह 08:00 बजे शिव गणेश मैरेज हॉल, सिकंदरा, कानपुर देहात से प्रारंभ हुई। आगे बढ़ते हुए पदयात्रा जब खोजापुल, सिकंदरा पहुंची, तो वहां के प्रधान प्यारे ख़ां पदयात्रियों से मिले और समर्थन जताते हुए कुछ दूर तक साथ चले। पक्की मटहौली – कच्ची मटहौली चौराहा पर पदयात्रियों ने एक क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किया —
गीत के बोल: “आ चल के तुझे मैं ले के चलूं, एक ऐसे गगन के तले…”

इसके बाद पदयात्रियों की ओर से विद्याधर मास्टर ने जनता को संबोधित करते हुए कहा –“भारत के संविधान ने यहां की प्रजा को नागरिक अधिकार दिए हैं, और यह एक युगांतरकारी परिवर्तन है। संविधान ने प्रत्येक नागरिक को समान रूप से वोट का अधिकार देकर सभी को एक कतार में खड़ा कर दिया है। वोट का यह व्यक्तिगत अधिकार न केवल प्रतिनिधि चुनने का अधिकार देता है, बल्कि हर पाँच वर्ष में उन्हें बदलने का भी अवसर प्रदान करता है।परंतु वर्तमान सरकार जनता की इस राजनीतिक हैसियत को समाप्त करना चाहती है और इस प्रकार संविधान प्रदत्त वोट के अधिकार को निष्प्रभावी बना देना चाहती है। चुनाव आयोग, जो एक संवैधानिक संस्था है, उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। बिहार में किए गए विशेष मतदाता पुनरीक्षण (SIR) को वोट के अधिकार को सीमित करने के हथकंडे के रूप में प्रयोग किया गया है।पैसे और नौकरशाही के बल पर वोटों की गिनती में हेराफेरी तथा हारे हुए उम्मीदवारों को जीत का फर्जी प्रमाण पत्र देने की घटनाएँ लोकतंत्र की बुनियाद पर हमला हैं।”

दोपहर का विश्राम और भोजन राजस्थानी भीलवाड़ा, पंडरापुरा (औरैया बॉर्डर) पर किया गया। इसके बाद “एक कदम गांधी के साथ” पदयात्रा भीखमपुर चौराहा, औरैया पहुंची और गीत व भाषण के माध्यम से लोगों के बीच अपने संदेश को रखा। गीत के बोल था “हल चला के खेतों को मैंने ही सजाया रे…”

जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद अंजुम (मंत्री, सर्व सेवा संघ) ने कहा –“यह यात्रा राजघाट, वाराणसी से निकली है, उसी स्थान से जहां विनोबा जी की प्रेरणा से 1960 में ‘साधना केंद्र’ नामक परिसर की स्थापना की गई थी। लेकिन 2023 में यह ‘मतवाली सरकार’, यह ‘मदहोश सरकार’, जिसे न आज़ादी आंदोलन के आदर्शों की परवाह है, न सूफी–संतों की परंपरा की, न भारत की उदारवादी विरासत की — उसने यह दुस्साहस किया कि विनोबा जी द्वारा स्थापित आश्रम को ‘फर्जी’ घोषित कर दिया। जबकि वह ज़मीन रेलवे द्वारा खरीदी गई थी, और उसका पंजीकरण क्रमांक (पैनामा) 60, 61, 70 है। फिर भी सरकार ने कहा कि यह ज़मीन गलत तरीके से हथियाई गई है। विनोबा भावे ने 80 हज़ार किलोमीटर पदयात्रा की, 48 लाख एकड़ ज़मीन लोगों से दान में मांगी – जिसे दुनिया भूदान आंदोलन के नाम से जानती है -और उसमें से लाखों एकड़ ज़मीन भूमिहीनों को दी गई। उसी विनोबा भावे पर यह सरकार आरोप लगा रही है कि उन्होंने 13 एकड़ ज़मीन फर्जीवाड़े से ले ली!यह बेशर्म सरकार न परंपरा की परवाह करती है, न सच्चाई, सद्भाव, संविधान या लोकतंत्र की।जब सरकार को कोई परवाह नहीं है, तो यह नागरिकों का दायित्व बनता है कि वे परवाह करें। जिस प्रकार यह सरकार हमारे मूल्यों को नष्ट करने पर तुली है, उसे नियंत्रित और निर्देशित करना हमारा कर्तव्य है।इसी उद्देश्य से हम यह पदयात्रा लेकर निकले हैं – ताकि बंधुत्व और विरासत को बचाया जा सके। यह वही विरासत है जो बुद्ध और चार्वाक से शुरू होती है; जो ज्योतिबा फुले, अंबेडकर, गांधी, भगत सिंह, सुभाषचंद्र बोस, जयप्रकाश नारायण, पेरियार, सावित्रीबाई फुले जैसे महान पूर्वजों से होकर आगे बढ़ती है।
दुनिया के वे सभी व्यक्ति हमारे पूर्वज हैं जिन्होंने इंसानियत की यात्रा को बेहतर बनाने में अपना योगदान दिया है। यह पदयात्रा इन्हीं मानवीय विरासतों को बचाने के लिए निकली है।”

पदयात्रा साईं धर्मशाला, औरैया पहुंची जहां पदयात्रियों का स्वागत किया गया, जो सरिता सिंह ( जिला अध्यक्ष, कांग्रेस), मखलू पाण्डेय ( मठाधीश, साईं मंदिर, महानगर कॉर्डिनेटर,औरैया) ,दिलीप तिवारी ( नागरिक) , प्रवीण गुप्ता ( जिला प्रवक्ता, कांग्रेस) ,अशोक शर्मा ( नागरिक) , शिव नाथ सेंगर (
जिला सचिव) , राजू तिवारी ( NGO अध्यक्ष फ्रंटल) ,आशुतोष दुबे ( NSUI ) , महेंद्र यादव ( पूर्व महासचिव, कांग्रेस) , रानू दुबे , रामानंद चौबे, , मखलू बिरधर पाण्डेय ( वरिष्ठ नागरिक),रामानंद चौबे ( प्रदेश सचिव, किसान कांग्रेस) के द्वारा किया गया।

यात्रा में शामिल प्रमुख प्रतिभागी:
चंदन पाल, अरविंद कुशवाहा, नंदलाल मास्टर, अरविंद अंजुम, सोमनाथ रोड़े, भूपेश भूषण, सतीश मराठा, गौरांग महापात्रा, ध्रुव भाई, विद्याधर मास्टर, श्यामधर तिवारी, जगदीश कुमार, विकास, मानिकचंद, अनोखेलाल, जोखन यादव, सरिता बहन, सिस्टर फ्लोरीन, अलीभा, अंतर्यामी बराल, सौरभ, गौरव, निधि, सुमन, प्रवीण, दीक्षा, बृजेश, टैन, सचिन, हेतवी, सत्येंद्र सिंह, , सूरज माते, भागीरथी, अमर सिंह, तेजस्विता, जेबा, राधेश्याम, दिनेश कुमार, दलपत सिंह धुर्वे आदि।