उन्नाव पहुँची ‘एक कदम गांधी के साथ’ पदयात्रा – पदयात्रा का 22वां दिन

नवाबगंज, उन्नाव | 23 अक्टूबर, 2025

आज यात्रा का 21वां दिन बंथरा स्थित श्री पैलेस से शुरू हुआ, जहाँ स्थानीय आयोजकों को पदयात्रियों की ओर से सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने महात्मा गांधी की आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग’ की प्रतियाँ भेंट कीं और उन्हें रात्रि विश्राम एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद पदयात्री अपने अगले पड़ाव के लिए रवाना हुए।

अगला पड़ाव सोहरामऊ स्थित पंचशील विद्यालय था। वहाँ पहुँचने पर विद्यालय के प्रबंधक बद्री विशाल तिवारी ने कहा कि “आपकी यह यात्रा ऐतिहासिक है और इसकी सफलता निश्चित है। संविधान, लोकतंत्र, सद्भावना और हमारी विरासत की रक्षा करना तथा उसे सुदृढ़ बनाए रखना पूरे समाज का लक्ष्य होना चाहिए। हमने आज़ादी आंदोलन के दौरान जो आदर्श स्थापित किए थे, आज वे ख़तरे में हैं। इसलिए सभी सचेत नागरिकों और संगठनों को आगे आकर अपनी भूमिका निभानी होगी।”

भोजन एवं विश्राम के पश्चात यात्री दल नवाबगंज के लिए रवाना हुआ। नवाबगंज पहुँचने से पहले भल्ला फार्म पर उन्नाव के समाजसेवियों और स्थानीय लोगों ने पदयात्रियों का माला पहनाकर स्वागत किया। वहाँ उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए युवा सामाजिक कार्यकर्ता दिवाकर ने कहा कि “आज युवाओं के सामने सबसे बड़ा सवाल शिक्षा और रोज़गार का है। शिक्षा लगातार महंगी होती जा रही है और रोजगार उपलब्ध कराने की जवाबदेही से सरकार ने खुद को अलग कर लिया है। इस परिस्थिति ने युवाओं को हताशा की ओर धकेल दिया है। लेकिन हताश होकर बैठने से काम नहीं चलेगा, बल्कि परिस्थितियों को बदलने के लिए हौसले के साथ गलत नीतियों का सामना करना होगा।”
इस सभा को जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के ज्ञानेंद्र कुमार और नीति ने भी संबोधित किया। शाम 5:30 बजे यात्रा नवाबगंज पहुँची, जहाँ बैसवारा पैलेस में यात्रियों के आगमन पर स्थानीय लोगों ने उनका हार्दिक स्वागत किया।

सभा को संबोधित करते हुए सुभाष सिंह ने कहा कि “देश के सामने लोकतंत्र को बचाने की चुनौती है। सनातन के नाम पर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। सनातन मूल्य और आदर्शों का नाम है। भारत के संविधान की प्रस्तावना में जो मूल्य अंकित हैं, वे भी सनातन मूल्य ही हैं, लेकिन आज सनातन की दुहाई देने वाले ही उन्हें नष्ट करने में लगे हैं। इसलिए हमारी पदयात्रा निकली है, ताकि सच्चे और वास्तविक मूल्यों के आधार पर समाज का पुनर्गठन किया जा सके। अब भावनाओं से खेलने की राजनीति बंद होनी चाहिए।”इसी सभा में युवा नेता धनंजय ने कहा कि “सभी संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। परिणामस्वरूप भारत में लोकतंत्र का केवल ढाँचा भर रह जाएगा। यह लोकतंत्र को समाप्त करने का फासिस्ट तरीका है, जिसका प्रतिरोध जनता को शांतिपूर्ण ढंग से करना होगा।”

उन्नाव के स्थानीय जिन्होंने स्वागत किया :अंशुमन सिंह, सुरेन्द्र कुशवाहा (उन्नाव जिला अध्यक्ष ), सुभाष सिंह ( पूर्व जिला अध्यक्ष ), कैप्टन बंसीधर, मणिकांत सिंह रावत ।

आज के यात्रा में शामिल होने वाले प्रमुख प्रतिभागी : सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल, मंत्री अरविंद कुशवाहा एवं अरविंद अंजुम, सर्वोदय समाज के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ रोड़े, जागृति राही, ईश्वरचंद्र, विद्याधर मास्टर, श्यामधर तिवारी, जगदीश कुमार, विकास, मोहन दीक्षित, मानिकचंद, अनोखेलाल, जोखन यादव, सरिता बहन, सिस्टर फ्लोरीन, अलीभा, अंतर्यामी बराल, सौरभ, गौरव, विवेक मिश्र, बृजेश, टैन, राहुल, सचिन, अनूप आचार्य, उदय, अफाक, लाल प्रकाश राही, शिवांशु, संजना, खुशी, श्रेया, शुभावती, सेराज अहमद, बीरेंद्र कुमार यादव, बसंत कुमार रावत, उदय नायक, अनिल नायक, दलगोविंद नायक, अशोक विश्वराय, ज्ञानेंद्र, धनंजय और इंदु , अखिलेश यादव, ऊषा विश्वकर्मा, पूजा, आरपी गौतम, आलोक, अजहर फैज खान, अनु , रुद्र दमन , महिप सिंह, खन्नू भईया,गणेशी आदि शामिल रहे।