एक कदम गांधी के साथ’ पदयात्रा को मिल रहा व्यापक जनसमर्थन – पदयात्रा का तीसरा दिन

वाराणसी राजघाट से दिल्ली राजघाट तक पदयात्रा
सर्व सेवा संघ – प्रेस विज्ञप्ति
4 अक्टूबर, 2025

सुबह सर्वधर्म प्रार्थना से हुई शुरुआत

पदयात्रा के तीसरे दिन की शुरुआत बनारस स्थित लोक समिति आश्रम में सुबह 7 बजे सर्वधर्म प्रार्थना सभा के साथ हुई।

नागेपुर से निकलकर मिर्जामुराद की ओर प्रस्थान

सुबह में लोक समिति आश्रम द्वारा संचालित आशा सामाजिक विद्यालय के बच्चों की उपस्थिति में आश्रम प्रशासन ने सभी पदयात्रियों को गमछा भेंटकर सम्मानित किया। इसके पश्चात गांधी के विचारों और आज के भारत में उनकी प्रासंगिकता पर कुछ पदयात्रियों ने अपने विचार साझा किए।

स्कूल के बच्चों ने कुछ दूर तक पदयात्रियों के साथ चलकर उनका मनोबल बढ़ाया। इसके बाद पदयात्रा नागेपुर से निकलकर अगले पड़ाव मिर्जामुराद की ओर बढ़ी। यात्रा के क्रम में मुबारकपुर, बेनीपुर में ग्रामीणों व स्थानीय नागरिकों ने गर्मजोशी से पदयात्रियों का स्वागत किया और जलपान की व्यवस्था की।

इसके उपरांत पदयात्रा आगे बढ़ी। इस दौरान लोगों के बीच पर्चे वितरित कर यात्रा के उद्देश्यों के बारे में बताया गया। बच्चों, युवाओं और बुज़ुर्गों ने उत्सुकता और धैर्य के साथ पदयात्रियों को सुना और अपनी समस्याएं साझा कीं। सभी ने पदयात्रियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

लालपुर चौक पर गर्मजोशी से स्वागत

पदयात्रियों का अगला पड़ाव लालपुर चौक था। यहाँ लोक समिति महिला समूह ने जोरदार नारों के साथ पदयात्रियों का स्वागत किया। वक्ताओं ने उत्तर प्रदेश की चिंताजनक सामाजिक और शैक्षिक परिस्थितियों पर प्रकाश डाला, जिनके विरुद्ध यह पदयात्रा संकल्पबद्ध है। बताया गया कि उत्तर प्रदेश में 27 हजार विद्यालय बंद होने की कगार पर हैं, जिससे लाखों बच्चों का भविष्य खतरे में है। साथ ही समाज में फैल रही नफरत और विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के विरुद्ध भेदभाव के खिलाफ एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

‘एक कदम गांधी के साथ’ जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प है: अरविंद अंजुम

दोपहर में पदयात्रा पंचायत भवन, नयापुर सेवा पुरी पहुँची। गांव के सरपंच विनोद राय ने विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों को सम्मानित किया।

सर्व सेवा संघ के मंत्री अरविंद अंजुम ने अपने संबोधन में कहा, “‘एक कदम गांधी के साथ’ केवल दूरी तय करना नहीं है, बल्कि जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प है। इसका अर्थ है बच्चों की शिक्षा सुधारना, बुजुर्गों के इलाज की व्यवस्था करना, युवाओं को रोजगार का मार्ग देना और यह सुनिश्चित करना कि समाज में कोई भी हाशिये पर न रहे। आप सभी इस यात्रा के माध्यम से एक नए समाज और बेहतर दुनिया के निर्माण में सहभागी हैं, और आप सब का इस यात्रा में योगदान है।

गांव में सभी यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई, जिसमें गांव की महिलाओं का विशेष योगदान रहा। सभी स्थानीय महिलाओं को पदयात्रियों द्वारा सम्मानित किया गया। भोजन के उपरांत यात्रा दिन के अंतिम पड़ाव बाबूसराय पहुँची।

16 राज्यों के पदयात्री शामिल

इस यात्रा में देश के 16 राज्यों — तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, असम, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल — से पदयात्री और सहयोगी शामिल हैं।

प्रमुख प्रतिभागियों में शामिल रहे:
भूपेश भूषण (युवा प्रकोष्ठ संयोजक), मिहिर प्रताप दास (उड़ीसा सर्वोदय मंडल अध्यक्ष), नंदलाल मास्टर (पदयात्रा आयोजन समिति संयोजक), सरिता बहन (विनोबा आश्रम, गागोदा), सचिन (राष्ट्रीय युवा संगठन), पवित्रन (सर्वोदय मंडल कोषाध्यक्ष), दिवाकर, श्रीनिवासन (तमिलनाडु), ए. आर. पलानीसामी, खादर बैग (तेलंगाना), जैनुल (त्रिपुरा), श्यामधर तिवारी (सत्यमेव जयते), सतीश मराठा (हरियाणा), जीतेन नंदी और काजल मुखर्जी (पश्चिम बंगाल), मनीषा बनर्जी, जागृति राही, सुरेश राठोड़, अनूप श्रमिक, विद्याधर, जोखन यादव, सिस्टर फ्लोरीन, निधि, सिराज अहमद, अंतर्यामी बरल, जगदीश कुमार (पूर्व प्रदेश संयोजक, राजस्थान), संजय (जय किसान आंदोलन), टी. के. सिन्हा, अनोखेलाल चौधरी, राजेंद्र, सुरेश, राजनेत यादव (जय किसान आंदोलन), संजय कुमार, राबिया बेगम, गौरव पुरोहित, प्रियेश पांडे, विवेक यादव, विवेक मिश्रा, सौरभ त्रिपाठी, इंदु पांडे, आसमा आदिवासी, दिवाकर सिंह, विकास कुमार, गोपाल आर.टी.आई., ईश्वरचंद्र (सामाजिक कार्यकर्ता), चंदन पाल (सर्व सेवा संघ अध्यक्ष), रामधीरज (उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल अध्यक्ष), अरविंद कुशवाह और अरविंद अंजुम (सर्व सेवा संघ मंत्री) आदि। लोक समिति नागेपुर से अनीता, सोनी, आशा आदि भी शामिल हुए।