यह आधुनिक भारत की मानवीय दुर्घटना है – सत्याग्रह का 38वां दिन

न्याय के दीप जलाएं- 100 दिनी सत्याग्रह आज अपने 38 वें पायदान पर पहुंच गया है। आज सत्याग्रह के क्रम में महाराष्ट्र के लातूर जिले के 81 वर्षीय वरिष्ठ गांधीवादी प्रो सोमनाथ रोड़े उपवास पर बैठे हैं। इनका सर्व सेवा संघ के पूर्व अध्यक्ष गंगा प्रसाद अग्रवाल के सानिध्य में सर्वोदय विचार से संपर्क हुआ और 1974 से घनिष्ठ रूप से इस समूह से जुड़ गए। उन्हीं की प्रेरणा से महाराष्ट्र सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष बने। गांधी जी की लिखी पुस्तक हिंद स्वराज की शताब्दी के अवसर पर पूरे देश भर में इस पुस्तक को केंद्र कर कई कार्यक्रम हुए जिसका संयोजन प्रोफेसर रोड़े ने किया। इनके नेतृत्व में 2022 में सेवाग्राम में सर्वोदय समाज का सफल सम्मेलन हुआ है। उम्र के इस पड़ाव पर उनकी सक्रियता काबिले तारीफ है।

हम इंसाफ के लिए सत्याग्रह में शामिल हुए हैं

प्रोफेसर सोमनाथ रोड़े ने कहा कि जिस परिसर में आचार्य विनोबा भावे, जयप्रकाश नारायण, ठाकुरदास बंग, दादा धर्माधिकारी, नारायण देसाई, शंकर राव देव, कृष्णराज मेहता, राधा कृष्ण बजाज आदि मनीषियों का आना-जाना और सक्रियता का केंद्र रहा, जिस परिसर से छपने वाली किताबें इंसानों में सात्विक विचार और भाव जगाती थी, जहां से शांति और सद्भाव की आवाजें तरंगित होती थी, उसे जालिमों ने गैर कानूनी तरीके से कब्जा कर ध्वस्त कर दिया। यह आधुनिक भारत की मानवीय दुर्घटना है। हम सरकार की इस क्रूरता का निषेध करते हैं और चाहते हैं कि इस परिसर और इसकी गरिमा को पुनः स्थापित किया जाए।

आज के सत्याग्रह में विशेष रूप से शामिल होने के लिए दिल्ली से पत्रकार एवं बदलाव के साथी मणिमला तथा पटना,बिहार के किसान नेता उमेश शर्मा आए हैं। पत्रकार,लेखक, गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति की पूर्व निदेशक एवं जनांदोलनों से जुड़ी मणिमला ने कहा कि इस परिसर की स्थापना आचार्य विनोबा भावे और जय प्रकाश नारायण के प्रयास से जन सहयोग के जरिए हुआ था। यहां गांधी विद्या संस्थान और प्रशासन का केंद्र था जिसे इस सरकार में नष्ट कर दिया है। किताबों को निकाल कर बाहर और भवनों को गिरा दिया। आज की सरकार रचनाकारों की नहीं बल्कि विध्वंसकारों की जमात है। यह सत्याग्रह एक संघर्ष है और जितने तक यह जारी रहेगा। किसान नेता उमेश शर्मा की सोच है कि सरकार हर जगह जुल्म ढा रही है। जो काम किसानों के साथ किया वही बर्ताव सर्व सेवा संघ परिषद के साथ किया है।

आज के सत्याग्रह में प्रोफेसर सोमनाथ रोड़े के अलावा डॉक्टर शिवचरण सिंह ठाकुर नंदलाल मास्टर शक्ति कुमार अरविंद कुशवाहा, रामधीरज, मणिमला, उमेश शर्मा,ओमप्रकाश,महेंद्र कुमार, तारकेश्वर सिंह, अलख भाई,रणविजय मिश्रा, शिवाजी माते,पूनम,पूजा,चारु, आफाक,आशीष कुमार,रंजू सिंह,सुशील कुमार, ज़ुहेब जॉनी,सिस्टर फ्लोरिन,अभिनन्द एम एस, अरविंद अंजुम आदि शामिल हुए। बिहार,झारखंड,महाराष्ट्र,
दिल्ली और उत्तर प्रदेश राज्यों का प्रतिनिधित्व हुआ।