गांधी विरासत को बचाने के लिए वाराणसी स्थित राजघाट परिसर के सामने चल रहे सत्याग्रह का आज 57 वां दिन है। इस सत्याग्रह में अब तक उड़ीसा,पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र,राजस्थान और मध्य प्रदेश की भागीदारी हो चुकी है। 1 से 5 नवंबर 2024 तक आंध्र प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए सर्वोदय साथी सत्याग्रह में भाग लिये और आज से 10 नवंबर तक तेलंगाना की टीम सत्याग्रह में शामिल होगी।
विरासत बचाने के लिए उपवास पर बैठे तेलंगाना के हैदराबाद जिले से पेरूमल शिवरामकृष्णा एवं एस महेश कुमार
शिवराम कृष्ण अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने दोस्त के माध्यम से सर्वोदय के संपर्क में आए। उनके दोस्त ने इन्हें कई सर्वोदय की बैठकों और कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। धीरे-धीरे इनका भी मन इसमें रमता गया और आज वे सर्वोदय मंडल से पूरी तरह जुड़ गए हैं। अभी ये सर्वोदय मंडल में पूर्णक्लिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय हैं। शिवरामकृष्ण को जब खबर मिली कि बनारस के सर्व सेवा संघ परिसर को बुलडोजर से गिरा दिया गया है तो काफी आहत हुए। तब से उनके मन में था कि इसका प्रतिवाद होना चाहिए। आज जब सत्याग्रह प्रारंभ हुआ है तो वे अपने टीम के साथ बनारस पहुंचे और उपवास पर बैठ गए।
इसी प्रकार एस महेश कुमार भी अपने मित्र के जरिए सर्वोदय से जुड़े।उन्होंने कई बैठकों और कार्यक्रमों में भाग लिया। इसी बीच अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और फिलहाल सर्वोदय के कार्यालय को संभालने में लगे हैं। वे सोचते हैं की किसी भी युवा को अन्याय सहन नहीं करना चाहिए और यहां सरकार ने खुद अन्याय किया है। जबकि सरकार का दायित्व है कि वह न्याय की व्यवस्था करें।
भारत के महान संतों और स्वतंत्रता आंदोलन में विकसित हुए सेकुलर फेडरल और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक की विरासत को बचाने के लिए 11 सितंबर (विनोबा जयंती) से सर्व सेवा संघ के आह्वान पर “न्याय के दीप जलाए जलाए -100 दिवसीय सत्याग्रह जारी है जो 19 दिसंबर 2024 को संपन्न होगा।
सेक्युलरिज्म और फेडरल संरचना के बिना लोकतंत्र जीवित नहीं रह सकता। सर्व सेवा संघ भारत की इसी संकल्पना का हिमायती है।
उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज ने कहा कि भारत की विविधता लोकतंत्र की बुनियाद है और धर्मनिरपेक्षता अल्पमत के प्रति बहुमत की जवाबदेही को सुनिश्चित करता है। इसलिए सेक्युलरिज्म और फेडरल संरचना के बिना लोकतंत्र जीवित नहीं रह सकता। सर्व सेवा संघ भारत की इसी संकल्पना का हिमायती है। इसलिए सरकार इस पर आघात कर रही है। सरकार के इस अन्याय का शांतिपूर्ण सत्याग्रह के द्वारा सामना किया जाएगा।
आज के सत्याग्रह में उपवासकर्ता पेरूमल शिव रामकृष्णा और इस महेश कुमार के अलावा सर्व सेवा संघ के मंत्री अरविंद कुशवाह, उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज ,वरिष्ठ गांधीवादी अलख भाई, लेखक एवं पत्रकार शक्ति कुमार, तारकेश्वर सिंह, सुरेंद्र नारायण सिंह, लोक चेतना समिति की पूनम,वंदना,निशा,पूर्वांचल बहुजन मोर्चा के अनूप श्रमिक, गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता जागृति राही,तेलंगाना से भास्कर,गिरीप्रसाद, प्रवीण गोविंदम्मा,आजमा शमी रेड्डी,अनवर पाशा,श्रीधर रेड्डी,पुष्पमा अन्तम्मा
आदि शामिल हुए।
जागृति राही,अरविंद कुशवाह
सत्याग्रह प्रभारी
रामधीरज, सर्व सेवा संघ